सोनभद सरकार की छबि धूमिल करने में जुटे खनन माफिया चोपन रेणुका सोन नदी की धारा को बांध कर SK.Bio द्वारा किया जा रहा है अवैध खनन

 


तेजस्वी न्यूज कमलेश पाण्डेय

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कुछ दिन पूर्व निषाद पार्टी के मंत्री सजंय निषाद सोनभद्र आये थे जिसमे लाखो के तादात पर छोड़ी गई थी मछलियां।सरकार को धूमिल कर रही है SK Bio अवैध खनन का परमिशन किसने दिया नियम को ताख पर रखके नदी को तालाब बना दिया गया हैं और अवैध तरीके से दबंगो द्वारा किया जा रहा है स्थानी लोगो का शोषण जलधारा के बीच में नाव चलाने व नदी के बीच में पोकलेन मशीन चलाने का परमिशन कैसे दिया गया। सिर्फ सड़क पर अवैध खनन रोकने वाले खनिज अधिकारी दौड़ते हैं। NGT के नियमों का उलंघन, जलीय जीव जंतुओं का जीवन खतरें में में मंडरा रहा है। नदियों में बालू खनन को लेकर कई कंपनियां काम कर रही हैं जहां खनन के दौरान मानकों को ताख़ पर रखकर नदियों की बांधी जलधारा को बांधकर खनन किया जा रहा है यही नहीं मोटी रकम कमाने को लेकर हैबि मशीनरी तथा नाव में प्रेशर पाइप लगाकर नदियों से पानी के साथ बालू को खींचा जा रहा।

जिसके कारण सोन तथा सहायक नदियों में पाए जाने वाली कई दुर्लभ प्रजाति के जलीय जीव जैसे की कछुआ, मछलियां व घड़ियाल, मगरमच्छ के प्रमुख पर गहरा संकट मंडराने लगा है जिसका कोई सुध भी नहीं लिया जा रहा है। बता दें की लगातार उस नदी में रहने वाले तमाम जीव जंतुओं की अनगिनत मौत के बावजूद इसे लेकर सोनभद्र जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहे हैं नतीजा सोन नदी की जलधारा मृत सागर के समान बनती जा रही जहां जीवन का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा वही मामले में लगातार निषाद समाज तथा मत्स्य विभाग से जुड़े लोग नदियों में मछलियों को छोड़ रहे हैं लेकिन मछलियां कहां चली जा रही हैं इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है यदि समय रहते सोन नदी की जलधारा के जीवन को बचाने का प्रयास नहीं किया गया तो आने वाले समय में सोने की जलधारा भी खत्म हो जाएगी। वही इस सम्बंध में खनन अधिकारी को सेल फोन पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन उठाना उचित नही समझा जिससे कि उनका पक्ष नही रखा गया

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