ज्ञानवापी मामले में सीएम के बयान पर सियासत:भाजपा विधायक ने कहा- शांति हमारा ही जिम्मा नहीं, विपक्ष बोला- कोर्ट का होना चाहिए सम्मान


 

तेजस्वी न्यूज कमलेश पाण्डेय 

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*मिर्जापुर* ।प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वाराणसी के ज्ञानवापी को लेकर आये बयान से राजनीतिक खेमों में हलचल मच गई है। इसे लोग लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ कर देख रहे हैं। सावन माह में लाखों की संख्या में लोग काशी दर्शन पूजन के लिए आ रहे हैं। ऐसे में विवादित स्थल को लेकर दिया गया वक्तव्य मुद्दा बन गया है।भाजपा के मिर्जापुर नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने योगी जी के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर किसी से कोई गलती होती है तो उसे सुधारने का मौका दिया जाता है। समाज में शांति और सौहार्द के साथ विकास के लिए वही काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है । यह एक सराहनीय पहल हैं। हम सब शांति


चाहते हैं तो आगे किसी न किसी को आगे कदम बढ़ाना ही होगा। शांति का जिम्मा केवल एक पक्ष को नहीं है । दूसरे पक्ष को भी आगे आकर अपनी भूल को सुधार कर शांति बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य और पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी ने कहा कि जब मामला कोर्ट में चल रहा है तो इस पर बयानबाजी करना गलत है। कोर्ट अपना काम कर रहा है। इस तरह की बयानबाजी सीधे-सीधे न्यायालय के आचार संहिता का उल्लंघन है। इस प्रकार के बयानों से बचना चाहिये। चाहे वह मंत्री हो या मुख्यमंत्री हों।

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने कहा कि जब मामला कोर्ट में है तब इस तरह की बयानबाजी कहीं से भी जायज नहीं है। कोर्ट को अपना काम करने देना चाहिए। यह उसके काम में दखलअंदाजी हैं।

 *कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष बोले- कोर्ट का सम्मान करें* 

कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष राजन पाठक ने कहा कि कोर्ट का सम्मान करना चाहिए। जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो उस पर बयानबाजी करने का कोई परिणाम नहीं है। अच्छा होता इसके पहले खुद ही निर्णय कर लेना चाहिए था। मामला ही कोर्ट में न जाता। अब मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो उसका सम्मान करना चाहिए।

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