भाजपा में ही रहकर भाजपा की जड़ों में मट्ठा देने का काम कर रहे हैं,पूर्व पार्षद पति

 ➡️बाप रे बाप ऐसे हालात



➡️वार्ड 35 में भाजपा से पार्षद का टिकट कटने से बौखलाए पूर्व पार्षद पति




             ✍️कमल कश्यप✍️

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*सहारनपुर*/

विद्रोह की भावना उस बला का नाम है,जो देश,समाज,पार्टी,परिवार अथवा किसी के भी व्यक्तिगत जीवन में हो इसके परिणाम बुरे ही होते है।जी हां हम बात कर रहे हैं,वार्ड 35 के पूर्व पार्षद पति की,जिन्होंने पांच साल तक विकास कार्यों के नाम पर सरकार को जमकर लूटा,और अब जब उनकी खराब छवि पार्टी के सामने आई,तो पार्टी ने उनका पार्षदी से टिकट ही काट दिया। पार्टी से टिकट ना मिलना इस पार्षद पति को इतना नागवार लगा,कि इन्होने बौखलाहट मे पार्टी में ही भीतरघात करना शुरू कर दिया,अब यह महाशय वार्ड 35 मे अंदर ही अंदर भाजपा की जड़ों में मट्ठा देने का काम तेजी के साथ कर रहे है,जबकि शायद वह नहीं जानते की वार्ड 35 भाजपा का गढ़ माना जाता है,जहां का बच्चा बच्चा कमल के फूल का मुरिद है।हम आपको बता दें,कि पार्टी टिकट देने से पूर्व इस बात की तहकीकात जरूर करती है,कि टिकट पाने वाले कि छवि पाकसाफ है या नहीं।साफ छवि के बाद ही वह पार्टी से टिकट पाने का हकदार होता है।यही कारण रहा इस महिला के भाजपा से टिकट कटने का,भाजपा से टिकट कटना पूर्व पार्षद पति को इतना नागवार गुजरा,कि उन्होंने बौखलाहट में भाजपा को ही भीतरघात पहुंचाना शुरू कर दिया है,जबकि यह सभी जानते हैं।

हम आपको बता दें,कि पांच साल तक वार्ड 35 में पत्नी के पार्षद बने रहने के नाम पर इस पार्षद पति ने विकास कार्यों के नाम पर किस कदर सरकार को लाखों का चूना लगाया,यह किसी से भी छुपा नहीं है,यह वही पार्षद पति है,जिन्होने निगम ठेकेदारों की मिली भगत से तथा उनसे 10 प्रसेंट कमीशन खाकर आनंद फानन में ही विकास कार्य कराए,और अब हालात यह है,भाजपा से बौखलाएं पूर्व पार्षद पति ने अपने कुछ साथियों के सहयोग से भाजपा की जड़ें ही खोदनी शुरू कर दी है।सूत्रो से यह भी मालूम हुआ है,कि वार्ड 35 से खड़े निर्दलीय प्रत्याशी को यह लोग जमकर गुप्त समर्थन देकर भाजपा के विरूद्ध जमकर विद्रोह करने में लगे है।अब देखना यह है,कि पार्टी की जड़ों में  मट्ठा देने वाले पूर्व

पार्षद पति और इसके साथियो पर भाजपा हाईकमान से क्या एक्शन होता है।

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