महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन।

 




महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में भारतीय राष्ट्रवाद और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि प्रोफेसर हरिकेश सिंह पूर्व कुलपति जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा बिहार, प्रोफेसर रघुवीर सिंह तोमर पूर्व विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग,म गाँ काशी विद्यापीठ, प्रो गोपाल प्रसाद, पूर्व विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान विभाग, गोरखपुर यूनिवर्सिटी एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के यशस्वी कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने दीप प्रज्वलन कर तथा अंबेडकर साहब की तस्वीर पर माल्यार्पण कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया।


उद्घाटन अवसर पर ही इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की स्मारिका का भव्य विमोचन माननीय अतिथियों के द्वारा किया गया।

 विमोचन के उपरांत संगोष्ठी का बीज वक्तव्य समय समन्वयक डॉ राम प्रकाश सिंह यादव जी ने प्रस्तुत किया जिसके उपरांत प्रोफ़ेसर तोमर ने अंबेडकर जी के चिंतन पर ज्ञान प्रकाश डालते हुए कहां भीमराव अंबेडकर जी मात्र दलित चिंतक ना होकर एक बड़े समाज सुधारक थे। उन्होंने नागरिक के लिए समान संहिता पर बल दिया । मुख्य वक्ता प्रोफेसर गोपाल प्रसाद जी ने बाबा साहब के चिंतन में निहित राष्ट्रवाद की धारणा का विश्लेषण किया। माननीय कुलपति आनंद कुमार त्यागी ने मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के वक्तव्य का अनुमोदन करते हुए उनका स्वागत सत्कार किया तथा संस्थान के विकास के लिए इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजन को बल मिले, इस दिशा में निर्देश करते हुए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया।

राष्ट्रीय संगोष्ठी में बनारस के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में अध्ययन अध्यापन कर रहे विद्वत जनों में लगभग 200 लोगों ने पंजीकृत कर अपना शोध आलेख प्रस्तुत किया।

उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्र में चुनिंदा शोध आलेखों का प्रस्तुतीकरण विभिन्न विश्वविद्यालय से आए हुए विद्वानों के द्वारा किया गया।

प्रथम सत्र का संचालन डॉ मनीष सिंह वाणिज्य विभाग व सेमिनार समिति सदस्य ने किया जबकि अतिथियों का आभार प्रदर्शन के साथ-साथ द्वितीय सत्र का संचालन इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के समन्वयक डॉ रामप्रकाश सिंह यादव ने किया। राजनीति शास्त्र के विद्वान डॉ अविनाश सिंह, प्रभारी डॉ नंदू सिंह अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर अनेक शोधकर्ताओं ने अपने शोध आलेख प्रस्तुत किया।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गंगापुर परिसर की सभी शिक्षक गण गैर शैक्षणिक कर्मचारी इत्यादि उपस्थित रहे।

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