पहले से ही बन्द पड़े निजी अस्पताल को सील कर खुद की पीठ थपथपा रहा प्रशासन ,जबकि अधिकारियों के नाक नीचे दर्जनों हो रहे संचालित


जिला मुख्यालय पर संचालित पंचसिल हॉस्पिटल शील होने के बाद भी धडल्ले से हो रहा संचालित


 डेढ़ माह पूर्व ही संचालिका ममता मौर्या जा चुकी है जेल 


 क़स्बे में संचालित दर्जनों अवैध अस्पतालों व मेडिकल स्टोरों को देख मुंह घूमा लेता है प्रसाशन 


एसडीएम दुद्धी के नेतृत्व में  हर्ष हॉस्पिटल को किया गया सीज।


दुद्धी/सोनभद्र| तहसील मुख्यालय समेत आस पास के ग्रामीण इलाकों में दर्जनों अस्पताल अवैध रूप से धड़ल्ले से संचालित हो रहे है और चिकित्सा विभाग के रहमोकरम पर यह कारोबार  फल फूल रहा है, सर्जरी से लेकर  खून चढ़ाने  का कारोबार बेखौफ नौसिखिए चल रहा है | लेकिन कार्रवाई के तौर पर कुछ नही हो रहा|

 कल बुधवार की देर शाम पहले से बंद पड़े एक निजी  हॉस्पिटल को सील कर प्रशासन अपना पीठ थपथपा  रहा है|जबकि इसकी कथित संचालिका  डेढ़ माह पूर्व जेल जा चुकी है | 

  रात्रि को 8 बजे पहुँचकर अधिकारियों द्वारा हॉस्पिटल की जांच कर सील करने को लेकर सवाल उठाए जाने लगे है ,तहसील प्रसाशन समेत पुलिस प्रशासन की टीम जब पहुँची तो अस्पताल में ही मौजूद घर मे रह रहे दो बच्चे समेत एक किशोरी डर कर रोने लगी।जांच का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों का कहना था कि डीएम के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है। उधर रात्रि के साढ़े 9 बजे तक कार्रवाई जारी रही| अधिकारियों के सामने 15 वर्षीय बच्ची रोती हुई अपनी दुखड़ा बता रही थी कि पापा भी गुजर गए और मम्मी भी नही है ।हम लोग क्या करें और कहाँ जाए,बच्ची का कहना था कि पापा के चले जाने के बाद अस्पताल पूरी तरह से बंद है लेकिन बार बार जांच हमारे यहां ही होता है,जिससे हम लोग परेशान है। आये दिन कोई भी आकर हड़का धमका कर चला जाता है|जिस पर मौके पर गए इंस्पेक्टर श्रीकांत राय का दिल पसीज गया और उन्होंने बच्चों को ढाढ़स बांधते हुए कहा कि अब से कोई भी अगर तुम लोगों को धमकाए व डराए तो बेझिझक हमें फोन करना बेटा हम तुम्हारी पूरी मदद करेंगे|उन्होंने कहा कि तुम बहादुर बेटी हो जो अपने छोटे भाईयो को भी देख रही हो। इसलिए हिम्मत बनाए रखना|

  उधर रात्रि में प्रशासन की कार्रवाई से लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है ।लोगों का कहना है ।कि पूरे क़स्बे में अवैध अस्पतालों व मेडिकल स्टोरों का मकड़जाल फैला है। और उन अस्पतालों पर प्रसाशन की नजर नही जाती|और माँ बाप के बगैर बेसहारा होकर घर में रह रहे बच्चों को अवैध अस्पताल का संचालन बता प्रसाशन देर रात्रि तक कार्रवाई कर रही है|इसकी लोगों ने पुरजोर निंदा की है और इंस्पेक्टर के प्रयास को सराहा है|

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