सुल्तानपुर- यातायात जागरूकता सप्ताह समाप्त, हालात बदले न बदली ब्यवस्था

सवांददाता- प्रशांत तिवारी



 सुलतानपुर : वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने व जरूरी प्रयासों को अमल में लाकर आवागमन सुलभ बनाने के लिए चलाया गया यातायात सुरक्षा सप्ताह औपचारिकता में ही निपट गया। शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर अतिक्रमण व नियम तोड़कर फर्राटा भरने वाले वाहन चालकों पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका। सुरक्षित सफर के लिए लगे संकेतक व रिफलेक्टर भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिन्हें बदलने का प्रयास नहीं किया गया।

22 से 28 जुलाई तक यातायात जागरूकता सप्ताह आयोजित किया गया। एआरटीओ व यातायात पुलिस स्तर पर नाममात्र कार्यक्रम आयोजित कर जागरूकता फैलाने का प्रयास नकाफी रहा। चालान कर लोगों को नियमों का पालने करने के लिए बाध्य करने का प्रयास भी किया गया। बावजूद इसके कोई खास बदलाव नहीं हो सका।

अतिक्रमण से लगता है जाम :


नगर पालिका व पुलिस की सुस्ती से शहर की सभी सड़कें अतिक्रमण की चपेट में हैं। अस्पताल रोड पर सड़क के दोनों तरफ फल व सब्जी बेचने वालों कब्जा रहता है। पटरी दुकानदारों द्वारा भी सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण किया गया है। अनियंत्रित तरीके से खड़े होने वाले ई-रिक्शा की भरमार से भी जाम की स्थिति पैदा कर रह है। वहीं, तैनात पुलिसकर्मी भी अपने कर्तव्य के प्रति सचेत नहीं दिखते हैं।


नियमों का नहीं किया जा रहा पालन :


यातायात महकमे का दावा है कि हेलमेट व सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले 50 से ज्यादा लोगों को चालान करीब हर दिन किया जा रहा है। कोतवाली, शास्त्री नगर व गभड़िया चौकी के सामने ही दुपहिया वाहनों पर ट्रिपलिंग आम बात है। लेकिन, यातायात पुलिस खामोशी से यह सब देखती रहती है।


चलाया जाएगा अभियान :


यातायात निरीक्षक प्रवीण सिंह ने बताया कि नियम विरुद्ध वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ जल्द अभियान चलाया जाएगा। बिना रजिस्टर्ड ई-रिक्शा चालकों की पहचान कर कार्रवाई करने का खाका तैयार किया जा रहा है।

Comments

Popular posts from this blog

आपसी बात चित को विवाद के रूप में गलत तरीके से सोशल मीडिया पे चलाया जा रहा है।

चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का हुआ समापन

भ्रष्टाचार के में डूबा घोरावल विकास खण्डमनरेगा घोटाले में जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति