मामूली सी लापरवाही का अंजाम क्या हो सकता..!!




सड़क पर वाहनों के बीच आगे निकलने की होड़..!!



सड़क किनारे मजबूत सुरक्षा घेरे क्यों नहीं..?



जीवन ईश्वर का दिया हुआ अनमोल तोहफा हैं लेकिन कुछ लोग इस तोहफ़े को नजरअंदाज करके जीते हैं और यातायात के नियमों की अनदेखी करके जीते हैं और खुद के साथ साथ दूसरे के जीवन को भी जोख़िम में डालने का का काम करते हैं!अक्सर हम देख रहें हैं कि कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन हादसे हो रहें हैं!इससे एक बार फिर यही साफ हो रहा है कि बार-बार होने वाले ऐसी दुर्घटनाओं के बावजूद न तो सरकार की ओर से सुरक्षा इंतजामों को लेकर जरूरी गंभीरता दिखाई जाती है और न ही वाहन चालकों को यह ध्यान रखने की जरूरत लगती है कि उनकी मामूली सी लापरवाही का अंजाम क्या हो सकता है!तमाम संसाधनों और विकासात्मक गतिविधियों के बावजूद सड़क सुरक्षा को लेकर अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है!निश्चित रूप से देखा जाता हैं कि जोखिम से भरी किसी भी सड़क पर वाहनों के बीच आगे निकलने की होड़ लगाने जैसी लापरवाही के लिए शून्य सहनशीलता की नीति होनी चाहिए।इसके लिए वाहन चालकों के प्रति जिस हद तक सख्त नियम लागू करने पड़ें किए जाने चाहिए!लेकिन किसी अन्य वजह से भी अगर कोई बस या कार अनियंत्रित हो जाती है तो सड़क किनारे ऐसे मजबूत सुरक्षा घेरे क्यों नहीं लगाए जा सकते जो हादसे के ज्यादा गंभीर रूप लेने से रोकने में मददगार साबित हों? यह कोई छिपा तथ्य नहीं है कि पहाड़ी राज्यों में आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं और ऐसी हर घटना के बाद पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा होती है इन पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा इंतजामों को लेकर कुछ दिन चर्चा होती है मगर ईमानदार इच्छाशक्ति के साथ कोई सक्रियता नहीं दिखती!किसी भी हादसे का सबक यह होना चाहिए कि ऐसे इंतजाम किए जाएं नियमों को जमीनी स्तर पर लागू करने को लेकर ऐसी सख्ती हो ताकि भविष्य में वैसा फिर न हो!मगर आए दिन होने वाले त्रासद हादसे हर स्तर पर बरती जाने वाली उदासीनता को ही दर्शाते हैं अव्वल तो किसी भी हाल में निर्धारित गति से ज्यादा तेज रफ्तार से वाहन चलाने या आगे निकलने की होड़ लगाने से रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए!साथ ही पर्वतीय क्षेत्र की हर सड़क के किनारे क्रैश बैरिअर पैराफिट लगाने सहित अन्य सभी सुरक्षा इंतजाम किए जाएं!पर्वतीय मार्गों पर कई जगहों पर अचानक आने वाले ऐसे मोड़ होते हैं जहां अतिरिक्त सावधानी नहीं बरती जाए तो उसका नतीजा भयावह हो सकता है ऐसे अप्रत्याशित हादसों को रोकने के लिए जोखिम वाली हर सड़क के किनारे क्रैश बैरिअर लगाए जाने की बातें आज भी आधी-अधूरी हैं!इसके अलावा सड़क सुरक्षा के तहत पैराफिट लगाना साइन बोर्ड के जरिए गति नियंत्रण से लेकर हर तरह की चेतावनी देना जैसे काम भी अगर पूरी तरह कर सुनिश्चित कर दिए जाएं तो हादसों की संख्या और उनमें लोगों के मरने की आशंका को काफी कम किया जा सकता है।

Comments

Popular posts from this blog

आपसी बात चित को विवाद के रूप में गलत तरीके से सोशल मीडिया पे चलाया जा रहा है।

चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का हुआ समापन

भ्रष्टाचार के में डूबा घोरावल विकास खण्डमनरेगा घोटाले में जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति