30 सितंबर तक वैध मुद्रा (सर्कुलेशन) में बने रहेंगे ये नोट बैंक से एक्सचेंज करने होंगे 2000 रुपए के नोट

 


नवंबर 2016 में नोटबंदी के एलान के साथ ही जारी 2 हजार रुपए का नोट अब 7 साल बाद चलन से बाहर होने जा रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए ये जानकारी दी है।

7 साल बाद चलन से बाहर होने जा रहा है ₹2 हजार का नोट


नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) 2000 रुपए के नोट को वापस लेने जा रही है, हालांकि ये वैध मुद्रा बना रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपए के नोट जारी करना बंद कर दें। आरबीआई ने बताया कि 30 सितंबर तक ये नोट वैध मुद्रा (सर्कुलेशन) में बने रहेंगे। यानि कि जिनके पास इस समय 2000 रुपए के नोट्स हैं, उन्हें बैंक से एक्सचेंज करना होगा।


23 मई से बदल सकेंगे एक बार में 20 हजार रुपए~

आरबीआई ने कहा कि आप 23 मई से एक बार में 20 हजार रुपए तक के 2 हजार रुपए के नोट बदल या जमा कर सकते हैं। इसके लिए बैंकों को स्पेशल विंडो खोलना होगा। इसके अलावा आरबीआई नोट बदलने और जमा करने के लिए 19 शाखा खोलेगी। आरबीआई ने प्रेस रिलीज में बताया कि 2018-19 में ही दो हजार रुपए के नोट को छापना हमने बंद कर दिया था।



2016 में लाए गए थे 2000 हजार के नोट~

2016 नवंबर में नोटबंदी में 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर 2000 हजार रुपए के नोट को लाया गया था। नोटबंदी की घोषणा करने के दौरान सरकार ने कहा था कि ये कदम भ्रष्टाचार खत्म करने और छप रहे जाली नोटों पर लगाम लगाने के लिए लिया गया है। इस पर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि ये निर्णय सरकार ने बिना सोचे समझे लिया है।


कांग्रेस ने साधा निशाना ~

कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसे तुगलकी फरमान बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्व गुरु की विशेषता है कि पहले करते हैं और फिर दूसरा सोचते हैं। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 को तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से 2000 रुपए के नोट लाए गए और अब वापस ले रहे हैं।



आरबीआई ने प्रेस रिलीज में बताया है कि-


2000 के करीब 89 फीसदी नोट मार्च 2017 में जारी किए गए थे।


31 मार्च 2023 तक 2000 रुपए के नोटों की वैल्यू करीब 3.62 लाख करोड़ रुपए पर थी।


3.62 लाख करोड़ रुपए में से 10.8 फीसदी नोट ही चलन में थे।

वित्त मंत्री ने क्या दिया था जवाब~


मार्च 2023 में संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा था कि आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 के बाद से 2000 रुपए की डिमॉमिनेशन वाले बैंक नोट्स की सप्लाई के लिए मांग नहीं रखी गई है। इससे पहले दिसंबर 2021 में भी सरकार ने संसद को बताया था कि 2018-19 के बाद से 2,000 रुपए के नोट की प्रिंटिंग के कोई फ्रेश आर्डर नहीं दिये गये हैं, इसलिये 2,000 के नोटों की संख्या में कमी आई है।

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