जिले में औद्योगिक विकास के लिए वातावरण हुआ सृजित : डीएमZ




 उद्यमि निवेश के लिए जिला बिजनौर का कर रहे रूख


 जिले के औद्योगिक विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें अधिकारी 



रिज़वान सिद्दीकी




बिजनौर   । जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने स्पष्ट शब्दों में बैंकर्स को निर्देश दिए कि जिले के औद्योगिक विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें और इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही न बरतें। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि किसी उद्यमि को यदि अनावश्यक रूप से परेशान किया जाना प्रकाश में आता है तो संबंधित शाखा प्रबंधक के विरूद्व कार्यवाही की जाएगी और उनके उच्चाधिकारियों को पत्र द्वारा संज्ञानित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कड़ी महनत और प्रयासों के बाद जिले में औद्योगिक विकास के लिए वातावरण सृजित हुआ और उद्यमि निवेश के लिए जिला बिजनौर का रूख कर रहे है। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में आवश्यक है कि निवेशकों को उद्योग की स्थापना के लिए प्रोत्साहित किया जाए और उनको यथासंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।

जिलाधिकरी श्री मिश्रा आज पूर्वान्ह 11ः30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में डीएलआरसी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।

उन्होंने बैंकर्स को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने बैंकों का सीडी रेशों बढ़ाएं और उसे मानक के अनुरूप लाने का प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि बैंकर्स शासन द्वारा संचालित स्वरोजगार परक एनआरएलएम, स्वनिधि योजना सहित योजनाओं के अंतर्गत अधिक से अधिक पात्र लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। उन्हांने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की हैं। उन्होने समस्त बैकर्स से कहा कि शीघ्र कृषि के उपरोक्त क्षेत्रों में अधिकाधिक ऋण प्रवाहित कर चालू वित्तीय वर्ष के लक्ष्यों की प्राप्ति में अपना योगदान दें, जिससे किसानों की आय दोगुनी करने में सहयोग किया जा सके। उन्होंने समस्त बैकर्स को निर्देश देते हुए कहा कि बैंकों द्वारा सरकार द्वारा चलायी जा रही योजना में ऋण देने में लापरवाही बरती जा रही है, समस्त बैंकर्स यह ध्यान दें कि सरकार गरीबों के स्वरोजगार के लिए जो योजनाएं चला रही है उसमें बैंकों की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है, इस लिए बैकर्स सरकारी योजनाओं के ऋणों की फाइलों को पूरी गुणवत्ता के आधार पर पास करना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकरी उमेश मिश्रा ने समीक्षा करते हुए पाया कि वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत माह दिसम्बर, 22 तक प्रथमिकता क्षेत्र में वार्षिक लक्ष्य 8043.41 करोड़, के सापेक्ष 4551.19 करोड़ की उपलब्धि प्राप्त हुई, जो कि वार्षिक लक्ष्य का 56.58 प्रतिशत है। व्यवसायिक बैंकों ने 47.36 प्रतिशत, ग्रामीण बैंकों ने 47.36 , ग्रामीण बैंकों ने 63 तथा सहकारी बैंकों ने लक्ष्य के सापेक्ष 103 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि प्राप्त की। बैठक में उन्होंने स्टैंड अप इण्डिया, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, अल्पसंख्यकों का ऋण और सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं में उपलब्धि की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि बैंकर्स गरीबों के कल्याणार्थ योजनाओं पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित करें और उनके स्वरोजगार जो प्रकरण लम्बित है, उनका पूरी गुणवत्ता के आधार पर शत प्रतिशत रूप से निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

कार्यक्रम के दौरान जिला अग्रिणी बैंक प्रबंधक वी0के0 बसंल द्वारा एनआरएलएम योजनांतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह बैंक क्रेडिट लिंकेज से जोड़ कर राष्ट्रीय आजीविका संवर्द्वन करने एवं महिला सशक्तिकरण करने में उत्कृष्ट भूमिका निभाने पर जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, जिला अग्रणी बैक प्रबंधक, डी0सी एन0आर0एल0एम, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त बैकर्स, संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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