ठगी करने वाले गैंग का खुलासा:दो आरोपी गिरफ्तार, साथियों की तलाश जारी, लोगों के खाते से उड़ाते थे पैसे

 


 


तेजस्वी न्यूज जिला संवाददाता कमलेश पाण्डेय 

 मिर्जापुर ।जिलेे की पुलिस ने लोगों के खाते से पैसों की ठगी करने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने दो आरोपियों राजू कुमार, औरंगाबाद, बिहार का निवासी है। इन दिनों उत्तम नगर, नई दिल्ली में रहता है। जबकि दूसरा आरोपी नवीन, उत्तम नगर, नई दिल्ली का रहने वाला दुकानदार हैं। पुलिस ने दोनों को चुनार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। एसपी संतोष मिश्र ने पुलिस लाइन में इसका खुलासा किया।

जनसुनवाई के दौरान एसपी संतोष मिश्र को एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ। इसमें चुनार की शिप्रा सिंह पुत्री अरुण कुमार सिंह ने अज्ञात के विरुद्ध शिकायत की थी। बताया था कि मेरे दो बैंक खातों से ऑनलाइन धोखाधड़ी वाली कर धनराशि निकाली गई है। जिस पर करीब दो माह पूर्व पुलिस ने काम आरम्भ किया।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चुनार सीओ मंजरी राव के नेतृत्व में थाना प्रभारी चुनार त्रिवेणीलाल सेन ने विवेचना व इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन के आधार पर राजू कुमार पुत्र सुभाष महतो एवं नवीन पुत्र रामबाबू मित्तल को गिरफ्तार किया। राजू के कब्जे से एक मोटरसाइकिल फर्जी नम्बर प्लेट युक्त व ऑनलाइन फ्रॉड से अर्जित धन से खरीदा गया घरेलू सामान बरामद किया गया। दोनों अभियुक्तों के कब्जे से ऑनलाइन फ्रॉड करने में प्रयुक्त एक-एक अदद मोबाइल भी बरामद की गई।

अभियुक्तों ने बताया कि इनका एक संगठित गैंग है। इसके कुछ सदस्य लोगों को गुमराह कर बैंक खाता खुलवाते हैं। इसमें अपने गैंग के सदस्यों का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराकर बैंक खाते को स्वयं प्रयोग करते हैं। इन खातों में गैंग के सदस्य लोगो से ऑनलाइन ठगी कर पैसा जमा करवाते हैं। जिन पैसों को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसपर करते हुए ऑनलाइन शॉपिंग कर घरेलू उपयोगी सामान मंगाया जाता हैं। इसे गैंग से सम्बन्धित दुकानदार के पास बेचकर कैश के रूप में अथवा अपने व्यक्तिगत खातों में पैसा मंगाकर फ्रॉड से अर्जित धनराशि को आपस में बांट लेते है।

Comments

Popular posts from this blog

आपसी बात चित को विवाद के रूप में गलत तरीके से सोशल मीडिया पे चलाया जा रहा है।

चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का हुआ समापन

भ्रष्टाचार के में डूबा घोरावल विकास खण्डमनरेगा घोटाले में जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति